बैतूल (Betul) जिले में सतपुड़ा की सुरम्मय वादियों के मध्य बने मंदिर बालाजीपुरम (balajipuram mandir betul mp ) भारत के पांचवें धाम के रुप मे प्रसिद्ध है।
प्रकृति के बीचों-बीच बने इस मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती है। कई सालों में तैयार इस मंदिर ने जहां बैतूल शहर को एक नई पहचान दिलाई है वहीं प्रदेश स्तर पर भी इसकी ख्याति दिनों दिन फैलती जा रही है।
स्वर्णिम आभा बिखेरता बालाजीपुरम (Balajipuram) का मुख्य मंदिर 111 फीट ऊंचा है और साढ़े 10 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। भारत के पाचवे धाम के रूप में यहा रुकमणी की सुंदर मनमोहक प्रतिमा है इसके साथ ही यहां पर मां वैष्णो की एक गुफा है जहां मां वैष्णो ऊंचे पहाड़ विराजमान है जहां से बालाजीपुरम का मनोरम दृश्य दिखाई देता है यहां पर एक द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर है जहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग विराजमान है।
balajipuram mandir betul mp |
मंदिर में मुख्य रुप से रुक्मणी बालाजी मंदिर ( Rukmani Balaji Temple) के अलावा राम चरित मानस से जुड़ी प्रतिमाएं, वैष्णो देवी की गुफा, विशाल जन, कृत्रिम नदी सहित 40 से अधिक देवताओं की स्थापना की गई हैं।
ऐंसे पहुंचे बालाजीपुरम ( Balajipuram )
यहां जाने के लिए साल का कोई भी मौसम ठीक है। बैतूल (Betul) शहर को इंडिया का सेंटर प्वाइंट कहा जाता है। यह नागपुर तथा भोपाल के बीच स्थित है। बैतूल शहर के रेलवे स्टेशन से बालाजीपुरम् महज सात किलोमीटर है। रेलवे स्टेशन से आपको ऑटो रिक्शा मिल जाते हैं। जैसे ही आप बालाजीपुरम पहुंचते हैं एक भव्य गेट आपका स्वागत करता है।
Balajipuram Photos |